आइए जानते हैं,किन राशियों को सूर्य रतन(मानक)धारण करना चाहिए!चौबीस घंटों के भीतर ही किस्मत बदलने लगती है!

जय श्री राम दोस्तों!आज मैं आपको सूर्य रतन मानिक के बारे में जानकारी दूंगा! शुभ ग्रहों के प्रभाव में वृद्धि और अनिष्ट ग्रहों के कुप्रभाव के निवारण हेतु रत्नों को धारण करना अत्यंत लाभदायक सिद्ध होते हैं लेकिन यह जानना बहुत जरूरी है कि किन राशियों के लिए कौन सा रत्न पहना जाए,अन्यथा कई बार लाभ की अपेक्षा गलत नग धारण करने से हानि की संभावना बढ़ जाती है!आज मैं आपको बताऊंगा कि सूर्य रत्ना मानिक को किन-किन नामों से जाना जाता है,इस रत्न की असली होने की पहचान क्या है,और कौन सी राशि वालों को मानिक रत्न पहनना चाहिए!दोस्तों संस्कृत में इसे,माणक्य  पदमाराग, हिंदी में इसे माणक,मानिक,और अंग्रेजी में इसे रूबी कहते हैं!सूर्य रत्ना होने के कारण यह सूर्य की तरह ही प्रभावशाली है,और तुरंत अपना असर दिखाता है!
दोस्तों अब मैं इसकी पहचान विधि बताता हूं!पहली विधि के अनुसार असली माणक्य लाल सुर्ख वर्ण का पारदर्शी,कांति युक्त और कुछ भारीपन वजन लिए होते हैं!हथेली में रखने से हल्की उष्णता एवं सामान्य से कुछ अधिक वजन का अनुभव होता है!दूसरी विधि के अनुसार कांच के पात्र में रखने से इसकी हल्की लाल किरणें चारों ओर से निकलती दिखाई देंगी!तीसरी विधि के अनुसार गाय के दूध में असली माणक्य रखा जाए तो दूध का रंग गुलाबी दिखाई देगा!दोस्तों अब मैं इस रत्न की धारण विधि बताता हूं!माणक्य रत्ना रविवार को सूर्य की होरा में कृतिका नक्षत्र,उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र,उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, या फिर रवि पुष्य योग में,सोने अथवा तांबे की अंगूठी में जड़वा कर.कपूर लैंप पर शुद्ध एवं असली कपूर की धूनी जलाकर तथा सूर्य के बीज मंत्रों ग्यारह माला या इक्कीस माला द्वारा अंगूठी अभिमंत्रित करके अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए,इसका वजन तिन रत्ती,पांच रत्ती,सात रत्ती,अथवा नो रत्ती के क्रम से होना चाहिए!सूर्य बीज मंत्र इस प्रकार है-ओम ह्रां ह्रीं ह्रौं सह सूर्याय नमः!
अंगूठी धारण करने के पश्चात गायत्री मंत्र की तीन माला का जाप करें, और सूर्य भगवान को विधिपूर्वक जल प्रदान करें, इसके पश्चात तांबे का बर्तन,कनक,नारियल, गुड़ और लाल वस्त्र किसी गरीब को दान कर दे!दोस्तों इसके धारण करने के पश्चात जो फल प्राप्त होता है,उसके बारे में बताता हूं-विधि पूर्वक इस रत्न को धारण करने से राजकीय क्षेत्र में प्रतिष्ठा, भाग्य उन्नति,पुत्र संतान लाभ,तेज बल में वृद्धि कारक,तथा हृदय रोग,चक्षु रोग,रक्त विकार,शरीर दुर्बलता में प्रभावशाली और अत्यंत लाभकारी होता है!निम्नलिखित राशि वालों को इस रत्न को धारण करना चाहिए- मेष राशि,कर्क राशि,सिंह राशि,तुला राशि,वृश्चिक राशि,एवं धनु राशि,इसके अलावा जिनकी चंद्र कुंडली में सूर्य योग कारक होता हुआ भी प्रभावी ना हो रहा हो,उन्हें भी इस रत्न को धारण करने से ऊपर दिए हुए फल प्राप्त होते हैं!दोस्तों अगर मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई हो,तो लाइक और फॉलो जरूर करना!जय श्री राम!
कपूर लैंप
https://amzn.to/32aQeze
असली कपूर
https://amzn.to/34vmsXl

Comments

Popular posts from this blog

"Heart Attack"आयुर्वेद के इन दो अत्यंत चमत्कारी और प्रभावशाली प्रयोगों से कभी नहीं होगा "Heart Attack" "Heart Problems" "Blockage"

पैसे की चाहत रखने वाले लोगों को हर हाल में करने चाहिए कपूर के यह दो जादुई प्रयोग!